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बाप- दादाओं का इतिहास

राजस्थान का एक गांव, जहां पूरा गांव अपने बाप- दादाओं का इतिहास लिखता है!

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बाप- दादाओं का इतिहास

Kulvriksh Gatha: यदि आपसे कोई आपके दादा नाम पूछे तो आप उसे बता देंगे लेकिन यदि आपसे कोई यह प्रश्न करे कि आप अपने दादा के दादा के परदादा का नाम बताइए तो आप निरुत्तर हो जायेंगे। लेकिन भारत का एक गांव है जहां के सभी ग्रामवासी अपने पूर्वजों का लिखित लेखा- जोखा अवश्य रखते हैं।

वे पूरे विधि- विधान से अपने परिवार की वंशावली लिखते हैं। यदि आप इस गांव किसी बच्चे से भी उनके परिवार के इतिहास के बारे में कोई भी सवाल करेंगे तो वे झट से उनका उत्तर दे देंगे।

सुनने वाले हैरान हो जाते हैं लेकिन इसके पीछे गांव वालों कड़ी मेहनत, जिन्होंने वंश लिखने की परम्परा को जीवित रखा है। कुलवृक्ष गाथा (Kulvriksh Gatha) में आज की चर्चा का विषय यही है।

यहां के गांव वाले सदियों से अपने भारत की गौरवपूर्ण वंशावली लेखन की परंपरा को जीवित रखने के लिए निरन्तर कार्य कर रहें हैं। इसीलिए यह गांव  वंशावली लिखने में अपने देश में नंबर वन है। आइए आज जानते हैं कि आखिर वह कौन सा गांव , जहां लोगों में वंश परम्परा लिखने का अजब – गजब जुनून है। जिसे पूरा देश सलाम करता है।

कौन सा है वह भारत का अनोखा गांव?

Kulvriksh Gatha : यह गांव भारत के राजस्थान राज्य में जयपुर के निकट इस गांव को आसलपुर के नाम से जाना जाता है। इस यह गांव पूरे भारत में वंशावली लेखन के लिए प्रसिद्ध है। राजस्थान राज्य में जयपुर आने वाले इतिहास प्रेमी पर्यटक इस गांव में अवश्य आते हैं।

आसलपुर के ग्रामवासी के वर्षों से लोग मोटी-मोटी पोथियों में अपने परिवार का इतिहास और वर्तमान अपनी लेखनी से लिखकर सुरक्षित रख रहें हैं । इस गांव के लोग वंशावली लेखन को ईश्वर की पूजा के समान मानते हैं। वंशावली लेखन की भारतीय परंपरा जीवित रखने में आसलपुर गांव का बहुत बड़ा योगदान हैं।

इस गांव में वंशावली लेखन का कार्य पूरे विधि विधान के साथ किया जाता है। इस काम में इस गांव के विद्वानों की एक टीम कार्य करती है । वंशावली लेखन के निश्चित स्थान और समय पर गांव वाले पहुंच जाते हैं जहां साक्षियों की उपस्थिति में वंशावली लेखन कार्य किया जाता है और गवाह के हस्ताक्षर कराए जाते हैं।

आप भी लिख सकते हैं अपना परिवारिक इतिहास

राजस्थान के आसलपुर गांव के निवासियों की तरह आप भी अपना परिवारिक इतिहास लिख सकते हैं और वह भी नए डिजिटल तरीके से।

वंशावली लेखन के आपके इस नेक काम में देश की जानी- मानी कंपनी  कुलवृक्ष (Kulvriksh) पूरी सहायता करेगी।

इसके लिए आपको कंपनी की वेवसाइड www kulvriksh.org पर जाना होगा या कुलवृक्ष के जीनियोलॉजी विशेषज्ञों से 7778861234 मोबाइल नंबर पर संपर्क करना होगा।

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