वंशावली ने बदल दी किस्मत
Kulvriksh Gatha: कभी- कभी कुछ ऐसी घटनाएं घटती हैं जिसको सुनने वाले को आसानी से विश्वास नहीं होता।
लेकिन यह शत प्रतिशत सच है। एक परिवार जो वषों से फटेहाल था लेकिन जब उसने अपने परिवार की हिस्ट्री की जानकारी ली तो उसकी आंखे खुल गईं और जब उन्होंने अपने पूर्वजों के बताए रास्ते चलना शुरू किया तो सफलता उनके कदम चूमने लगी और देखते ही देखते वह एक कामयाब इंसान बन गये। आज की कुलवृक्ष गाथा ( Kulvriksh Gatha) चर्चा का विषय यही रियल स्टोरी है जिसे हम खासतौर से आपके लिए लेकर आए हैं।
राजेंद्रनगर के सक्सेना परिवार की है यह सच्ची कहानी
Kulvriksh Gatha: उत्तर प्रदेश के सुरमे के लिए प्रसिद्ध शहर बरेली के राजेंद्र नगर में रहने वाले अनिल कुमार सक्सेना जिस किसी भी व्यवसाय में हाथ डालते थे उन्हें असफलता ही मिलती थी।
अपने गांव की जमीन बेचकर उन्होंने साबुन फैक्ट्री खोली, लेकिन कुछ ही वर्षों में घाटे पे घाटा; उसके बाद ब्रेड का कारखाना, फिर मसाले का बिजनेस ; लेकिन सब में घाटे के चलते ठप्प। उसके बाद उन्होंने अनेकानेक छोटे- मोटे और व्यवसाय भी शुरू किए लेकिन उन्हें असफलता ही हाथ लगी। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति खराब पर खराब होती गई।
वंशावली उनके लिए चिराग का जिन्न साबित हुई
Kulvriksh Gatha: एक शुभ चिंतक ने बरेली के सक्सेना परिवार को यह परामर्श दिया कि वे अपनी फैमली की हिस्ट्री खोजें, शायद उससे कोई लाभ मिले और संभव है उन्हें कैरियर में लगातार मिलने वाली असफलता का कोई कारण मिले। अनिल कुमार सक्सेना को अपने मित्र की बात पर विश्वास नहीं हुआ। लेकिन फिर भी अपने परिवार की हिस्ट्री तलाश कराई।
वंशावली से सक्सेना जी को अपनी नाकामयाबी का रहस्य पता चला
Kulvriksh Gatha: अनिल कुमार सक्सेना को अपनी वंशावली में यह पता चला कि दो पीढ़ी पहले अर्थात उनके परदादा के पूर्व के उनके पूर्वज मिठाई बनाने और दूध से जुड़ा व्यवसाय करते थे और एक सफल बिजनेसमैन थे।लेकिन बाद की पीढ़ी ने वह काम छोड़ दिया और दूसरे काम करने लगी और आर्थिक रूप से कमजोर होने लगी।
बरेली के सक्सेना जी ने तत्काल यह निर्णय लिया कि वे भी अब दूध ,घी और मिठाई आदि के बिक्री जुड़ा बिजनेस करेंगे।
उसके बाद उन्होंने अपने परदादा के पूर्वजों के नाम से अपना दुग्ध और मिष्ठान व्यवसाय आरंभ किया और खूब लाभ हुआ। ऐसा करके उन्होंने धन ही मिला बल्कि अपनी खोई हुई पहचान भी मिल गई।
आप भी अपनी वंशावली जान सकते हैं
Kulvriksh Gatha: आज के इंटरनेट के युग में आप भी बहुत सरलता से अपने परिवार की हिस्ट्री अर्थात वंशावली जान सकते हैं। आपके इस नेक कार्य में कुलवृक्ष नामक संस्था आपकी सहायता करेगी।
इसके लिए आपको देश की जानी- मानी वंशावली बनाने के लिए प्रसिद्ध कंपनी कुलवृक्ष (Kulvriksh) की आफिशियल वेवसाइड www.kulvriksh.org पर जाना अथवा मोबाईल नंबर 7778861234 पर वंशावली विशेषज्ञों (genealogist)से बात करनी होगी।